परमात्मा कब, किस द्वार से तुममें प्रवेश करेगा? Osho

अंगुलिमाल बुद्धत्व को उपलब्ध हुआ। कुछ सोचा भी न होगा, कभी कल्पना भी न की होगी, कभी सपना भी न देखा होगा। वाल्मीकि ने सोचा था? नहीं सोचा था। अचानक मिलना हो गया था नारद से। नारद को लूटना चाहता था वाल्मीकि। लेकिन नारद ने कहा, मुझे लूटे इसके पहले घर जाकर एक बात पूछ… अधिक पढ़ें परमात्मा कब, किस द्वार से तुममें प्रवेश करेगा? Osho

Osho – केवल ध्यान की फ़िक्र करो !

​❤ एक शराबी ने चार दिन पहले मुझे कहा कि छूटती नहीं। मैंने कहा, तू फिक्र ही छोड़ दे। छोड़ना भी क्या है? शराब ही पीता है; किसी का खून तो नहीं पी रहा! वह थोड़ा चौंका। उसने कहा, लेकिन शराब बड़ी बुरी चीज है। मैंने कहा, रहने दे बुरी है। बुरी पर ज्यादा ध्यान… अधिक पढ़ें Osho – केवल ध्यान की फ़िक्र करो !

ओशो – भगवान को खोजने से पहले स्वयं को जान लो !

​खुद को जानने में ही वह जान लिया जाता है जो परमात्मा है एक संन्यासी सारी दुनिया की यात्रा करके भारत वापस लौटा था | एक छोटी सी रियासत में मेहमान हुआ |  उस रियासत के राजा ने जाकर संन्यासी को कहा :  स्वामी , एक प्रश्न बीस वर्षो से निरंतर पूछ रहा हूं |… अधिक पढ़ें ओशो – भगवान को खोजने से पहले स्वयं को जान लो !

ओशो – देश का नेतृत्व कैसा हो ? 

​देश को जगाओ! इस देश को समाधिस्थ लोगों का नेतृत्व चाहिए। इस देश को ऐसे लोगों का नेतृत्व चाहिए, जिनकी खुद की कोई समस्या नहीं है। तो कुछ हल हो; नहीं तो हल नहीं हो सकता। हल की जगह हालतें और रोज बिगड़ती जाती हैं। लेकिन तुम इसी तरह के लोगों के पीछे हो। तुम… अधिक पढ़ें ओशो – देश का नेतृत्व कैसा हो ? 

ओशो – मिटटी और सोने में फर्क ही कहाँ ! 

कबीर का बेटा था कमाल कबीर ने उसे नाम ही कमाल दिया इसलिए की कबीर से भी एक कदम आगे छलांग ली उसने कबीर का ही बेटा था आगे जाना ही चाहिए वह बेटा ही क्या जो बाप को पीछे न छोड़े हर बाप की यही आकांक्षा होनी चाहिए की मेरा  बेटा मुझे पीछे छोड़… अधिक पढ़ें ओशो – मिटटी और सोने में फर्क ही कहाँ ! 

ओशो – सोने – चाँदी से भी कीमती उपदेश

​ भगवान् बुद्ध के अग्रणी शिष्यों में से एक महाकात्यायन के शिष्य कुटिकणण सोण स्थविर कुररघर से जेतवन जा भगवान् का दर्शन कर जब वापस आए  तब उनकी माँ ने एक दिन उनके उपदेश सुनने के लिए जिज्ञासा की  और नगर में भेरी बजवा कर सबके साथ उनके पास उपदेश सुनने गई जिस समय वह… अधिक पढ़ें ओशो – सोने – चाँदी से भी कीमती उपदेश

ओशो – बस एक कदम और !

​*बस और थोड़ा एक कदम ⛹🏽 ……* *कोलेरेडो* अमेरिका में जब पहली दफा सोने की खदानें मिलीं, तो एक बहुत अदभुत घटना घटी, जो मुझे प्रीतिकर रही है ! जब पहली दफा सोना मिला अमेरिका के कोलेरेडो में–और आज सबसे ज्यादा सोना कोलेरेडो में है, सबसे ज्यादा सोने की खदानें हैं–तो किसानों को ऐसे ही… अधिक पढ़ें ओशो – बस एक कदम और !

ओशो – स्वर्ग तुम्हारे भीतर है ।

​ऐसी यहूदी कथा है कि एक यहूदी फकीर झुसिया ने रात सपना देखा कि वह स्वर्ग पहुंच गया है। वह बड़ा हैरान हुआ; उसने कभी सोचा भी न था। स्वर्ग में महान-महान संत हैं सदियों पुराने। पूरे अनंत काल से चले आ रहे। वे सब, कोई झाड़ के नीचे बैठा प्रार्थना कर रहा है, कोई… अधिक पढ़ें ओशो – स्वर्ग तुम्हारे भीतर है ।

ओशो – खाली हाथ जाना है ।

​ मुल्ला नसरुद्दीन के घर एक चोर घुस गया। मुल्ला ने देखा कि चोर घुस गया है तो वह एक बड़ी अलमारी में छिप कर खड़ा हो गया। पीठ कर ली दरवाजे की तरफ और अलमारी में छिप कर खड़ा हो गया। जब चोर वहां आया तो वह बहुत हैरान हुआ। उसने दीया जब जला… अधिक पढ़ें ओशो – खाली हाथ जाना है ।

ओशो – ईश्वरचन्द विद्यासागर 

बंगाल में एक बहुत बड़े आदमी हुए,  ईश्वरचंद्र विद्यासागर। तुमने नाम भी सुना होगा।  वे एक नाटक देखने गए। उस नाटक में एक पात्र है  जो एक स्त्री को बहुत बुरी तरह परेशान कर रहा है,  उसके पीछे लगा हुआ है, उसे हैरान कर रहा है,  उसे दुख दे रहा है। आखिर में,  विद्यासागर सामने… अधिक पढ़ें ओशो – ईश्वरचन्द विद्यासागर